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ऊपर वाला ज़िन्दगी मुश्किल में हो या मौत के आसार होंबस यही चाहत है मेरे सामने सरकार हों सामने रहते हैं सब दामन पसारे आपके वोह शहंशाह हो गदा मोहताज या ज़रदार हों
हास्य कलर उनका वाइट मगर हम हैं कालेगले मिल रहे हैं अँधेरे उजालेना ये सुर्ख गाल ना वो बाल काले जवानी के दो दिन कबूतर उड़ा लेमोहब्बत का एक दिन इलेक्शन लड़ा ले मुझे वोट डालेंगे ये हुस्न वाले
सोंच कहीं तो शौख में महँगी सी कार आई हैकहीं पे माँ कि दवा भी उधार आई हैउस एक लम्हे से गुमसुम सी है मेरी बच्चीवो खेल खेल में तितली को मार आई है
प्यार तुम ही नहीं हो फ़कत बेक़रार हम भी हैंकुदुरतों के यहाँ पर शिकार हम भी हैंये और बात के ख़ुद को भुला दिया हमनेमगर रहे तो कभी ताज़दार हम भी हैं
हास्य बिजली पानी गैस के जब भी दाम बढ़ेबोल गये हर शख्स को उसके दिल की बातपूछी जब जब मैंने मुस्तकबिल की बातडरकर बोला है ये कौन से बिल कि बात
मोहब्बत नजले की शिकायत है मुझे उनको है खांसीमौसम की खराबी का आलम दोनों तरफ़ हैदेखे है शक्ल कभी जेब को मेरी यह कैसी मोहब्बत है नज़र दोनों तरफ़ hai
सोंच लोग अब अभिमान के अनुकूल हैं तो क्या हुआये हवाएँ आज फ़िर प्रतिकूल हैं तो क्या हुआएक द्रढ़ निश्चय बदल सकता है हर परिणाम कोचल पदों फिर रास्तों में शूल हैं तो क्या हुआ
Hindi Shayari Jab bhi wo mere ghar me aate hai mausam barsat ka le aate hain. Har taraf bas fuhar mujhako najar aati hai pasina badabudar itana wo bahate hain.
Hindi Shayari Jindagi ka hisab ho jaun, sahar mein lajabab ho jaun !Kora kagaj hi sahi doston , magar tum padho to kitab ho jaun !!