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क्या दामने हस्ती में तेरे हुस्ने अमल है क्या दामने हस्ती में तेरे हुस्ने अमल हैक्यों आसरा तकता है दुआओं में असर काकिस दश्ते मुबारक से तराशा गया गौहरये काम यकीनन है किसी अहले हुनर का
किसी वख्त ठहर जाए ये चलती हुई सांसें किसी वख्त ठहर जाए ये चलती हुई सांसें एक पल का भरोसा नहीं जीवन के सफ़र काआओ कि सेहर पूर है अब राह पकड़ लेलंबा है बहुत रास्ता खुशबू के सफ़र का
हर अश्क के परदे में है तस्वीरे मुसर्रत हर अश्क के परदे में है तस्वीरे मुसर्रत हर शव के अँधेरे मैं है पैगाम सेहर काजितना भी करूं नाज़ मुकद्दर पे वो कम हैदीदार मुयस्सर हो अगर आपके दर का
एजाज़ समझता हूँ तेरी हुस्ने नज़र का एजाज़ समझता हूँ तेरी हुस्ने नज़र काआँखों में मेरी ख्व़ाब है रंगीन सफ़र का
सहारा लेके गैरों का जो हमसे जंग करते हैं सहारा लेके गैरों का जो हमसे जंग करते हैंहमारे बाजुओं को वो भला क्या आजमाएंगेलुटाएंगे वतन पर ज़िन्दगी जो अपनी ऐ गौहरसितारे बन के वो ही आसमां पर जगमगाएंगे
है दिल कश्मीर भारत का ये भारत दिल हमारा है है दिल कश्मीर भारत का ये भारत दिल हमारा हैअगर मौका पड़ा तो दिल कि ख़ातिर सर कटाएँगेअभी तो कारगिल से ही भगाया है तुझे हमनेहम अबकी बार तुझको तेरे घर से भी भगाएंगे
जहाँ भी जश्न आज़ादी का हम अपनी मनाएंगे जहाँ भी जश्न आज़ादी का हम अपनी मनाएंगे वतन पर जो मिटे हैं वो हमेशा याद आएंगेजवाँ भारत के अपना सर कटा सकते तो हैं लेकिनकभी दुश्मन के आगे सर नहीं अपना झुकाएंगे
सुरों के दार पर अपने ख़ुशी से हम चढाएंगे सुरों के दार पर अपने ख़ुशी से हम चढाएंगे हैं गुल भारत के हम खारों में रह कर मुस्कराएँगे
आके तू बज़्मे तसव्वुर में मेरी जाने ग़ज़ल आके तू बज़्मे तसव्वुर में मेरी जाने ग़ज़लमेरे अशारों को अंदाज़े नज़ाकत देदेऐ ख़ुदा मीर को जिस फन से नवाज़ा तूनेअपने गौहर को भी उस्फन में महारथ देदे
अपने बीमारे मोहब्बत को हमेशा के लिए अपने बीमारे मोहब्बत को हमेशा के लिएसाए ज़ुल्फ़ में रहने कि इजाज़त देदेअपनी यादों को मेरे दिल में सजाकर गुलशनमुझको दुनिया के हर एक गम से फ़रागत देदे